नमस्कार दोस्तों, मेरे ब्लॉग मे आपका स्वागत हे । आज मे कुछ पिक्चर्स आपके साथ शेयर करना चाहूँगा, जो मेने कुछ सप्ताह पहले जब गाव गया था तब ली थी । ये ब्लॉग दिलचस्प होने वाला है, तो अंत तक जुड़े रहे ।
मेरा गाव नंदुरबार जिले (महाराष्ट्र राज्य, भारत) मे आता हे । तो मेरा सफर कुछ ६ दिन का था । मे मेरे परिवार के साथ गाव गया था । हम हमारे रिश्तेदारों के यहा भी गए थे, तो वहा भी मेने कुछ पिक्चर्स क्लिक की थी । फिर आखिर मे हम पापा के गाव एक दिन के लिए रहे थे और उसके बाद हम घर या गए ।
मे मेरे माँ के गाव पहोचने से पहले, कार से ही कुछ पिक्चर्स क्लिक की थी । तब मई महीने का आखिरी सप्ताह था इसीलिए गर्मी तो लग रही थी, लेकिन गाव पहोचने के बाद वहा गर्मी कम थी । गर्मी के मौसम मे हरियाली बहोत कम हो जाती हे, जो की आपको पिक्चर्स में भी देखने को मिल जाएगा ।
फिर उसी दिन हम शाम को मेरे मौसी के गाव गए थे । मेरे मौसी के लड़के (भाई) की शादी थी । तो ४ दिन हम वही थे । आपनों के साथ तो हमेशा अच्छा ही लगता हे । काफी अच्छा रहा शादी का समारोह । ये वहा के कुछ पिक्चर्स हे जो आप नीचे देख सकते हो ।
कुछ दिन बाद हम पापा के गाव गए । ये हमारा घर हे, इसके पीछे आपको पहाड़ दिखेगा । मेने घर का पीछे के साइड से भी पिक्चर क्लिक किया था, तो वो भी शेयर कर रहा हु ।
ये आम का पेड़ मेरे पापा ने लगाया था, मेने इस पेड़ का और उसपे लगे आम के कुछ पिक्चर्स क्लिक की थी। ये आम थोड़े बड़े होते हे और काफी खट्टे हे, लेकिन जब ये आम पकते है तो काफी अछे लगते हे ।
फिर हमने फॅमिली के साथ मिलके एक नारियल का पौधा लगाया । ये नारियल को पौधा हमने हमारे घर ही लगाया हुआ था, जो की हम गाड़ी मे साथ लेकर आए थे । दरअसल इसके पत्ते काफी लंबे थे, इसलिए इसे हमने कट किया था, ताकि वो कार मे समा सके । इसे लगाने के लिए हमने काफी बड़ा गड्डा खोदा, उस गड्डे मे बड़े पत्थर भी थे। तो उन पत्थर को भी निकालना पड़ा, फिर वह हमने इस पौधे को लगाया । फिर मिट्टी भरके पौधे को पानी भी डाल दिया । और घर के एक साइड मे मेरी माँ ने एक गुड़हल / जवाकुसुम (जास्वंद) का पौधा लगाया था ।
ये हमारे घर के पीछे कुछ लकड़ियाँ रखी हुई हे उनका पिक्चर क्लिक किया था । ये पिक्चर देखने मे काफी अच्छा लग रहा हे, ईसीलिए मेने सोचा की आपके साथ इसे शेयर करू।
शाम को मे घर के पीछे जहा हमने आम के पौधे लगाए थे वो देखने गया था । ये पौधे हमने पिछले साल लगाए थे, लगभग सभी मिलाकर १५ पौधे थे शायद। ऊसमे से कुछ २-३ पौधे मर गए थे । अभी ये पौधे थोडेसे बड़े हुए हे, इनको और बड़े होने मे टाइम लगेगा । ऊसमे से कुछ पौधों के पिक्चर्स आप नीचे देख सकते हो ।
मेने घर के पीछे का पहाड़ और पेड़ों के कुछ पिक्चर्स क्लिक किए थे ।
ये और कुछ पिक्चर्स जो आपको देखकर अच्छे लगेंगे ।
फिर ये कुछ पिक्चर्स जो मेने कार मे से ली थी जब हम घर लौट रहे थे ।
मेरी पूरी यात्रा यहीं समाप्त होती है, मेरे ब्लॉग को देखने के लिए धन्यवाद। 😊
English translation with the help of Google Translator
Hello friends, welcome to my blog. Today I would like to share some pictures with you, which I took when I went to the village a few weeks ago. This blog is going to be interesting, so stay connected till the end.
My village is in Nandurbar district (Maharashtra state, INDIA). So my trip was about 5 days. I went to the village with my family. We also went to our relatives' place, so I clicked some pictures there too. Then finally we stayed in Papa's village for a day and after that, we went home.
Before reaching my mother's village, I clicked some pictures from the car itself. These days were in the last week of May month, so it was feeling hot, but after reaching the village, the heat was less there. In the summer season, greenery becomes much less, which you will also see in the pictures.
Then on the same day in the evening, we went to my aunt's village. It was the wedding of my aunt's son (brother). So we were there for 4 days. It always feels good to be with your loved ones. The wedding ceremony was quite good. These are some pictures from there which you can see below.
After a few days, we went to Papa's village. This is our house, you will see a mountain behind it. I had clicked a picture of the house from the back side too, so I am sharing that too.
This mango tree was planted by my father, I had clicked some pictures of this tree and the mangoes on it. These mangoes are a little big and quite sour, but when these mangoes ripen they taste very good.
Then we planted a coconut tree with the family. We had planted this coconut tree at our home, which we had brought with us in the car. Actually, its leaves were quite long, so we had cut it so that it could fit in the car. To plant it, we dug a very big pit, there were also big stones in that pit. So those stones also had to be removed, and then we planted this plant. Then we filled the soil and watered the plant. And on one side of the house, my mother had planted a Hibiscus/Jawakusum (Jaswand) plant.
This is a picture of some wooden logs kept behind our house. This picture looks very nice, so I thought to share it with you.
In the evening, I went to see the place behind the house where we had planted mango plants. We had planted these plants last year, there were probably about 15 plants in all. Out of them, 2-3 plants had died. Right now these plants have grown a little, it will take time for them to grow more. You can see pictures of some of those plants below.
I had clicked some pictures of the mountain and trees behind the house.
These are some more pictures which you would like to see.
Then there are some pictures which I took from the car when we were returning home.
That's it for my whole journey, Thank you for visiting my blog. 😊
All text and photographs are my own unless otherwise stated.
Device: Oneplus 7T
Aperture: f/1.7
Category: Flower Photography
Photo-editing Software: Adobe Lightroom
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